नवगछिया

महिला कालेज मे याद किए गए संविधान निमार्ता बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर

नवगछिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नवगछिया इकाई द्वारा मदन अहिल्या महिला महाविद्यालय मे कालेज अध्यक्ष कुसुम के नेतृत्व मे संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी के 136 वें जन्म जयंती के शुभ अवसर पर पुष्पांजलि और संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम अभाविप की छात्रा निधि और निकेता ने किया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से महिला कालेज के प्रधानाचार्य राजीव सिंह उपस्थित रहे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एसएफडी के प्रांत सह संयोजक दक्षिण बिहार के कुसुम कुमारी ने बताया कि भीमराव अंबेडकर जी का हमारे समाज निर्माण में एक बहुत सराहनीय योगदान रहा है एंवम उन्होंने महिला शशक्तिकरण, स्त्री शिक्षा, दलित उत्थान के लिए उन्होंने अनेकों कार्य किया और समाज में किसी भी बात का नकारात्मक कारण के साथ साथ सकारात्मक कारण भी होता है लेकिन अधिकतर व्यक्ति का ध्यान नकारात्मक कारण की ओर जाता है लेकिन हमें हमेशा सकारात्मक बातों पर विचार करना चाहिए तथा वैदिक काल में ऋग्वेद के दसवें मंडल में वर्ण व्यवस्था के विषय में बताया गया है, उस काल में वर्ण व्यवस्था कर्म के आधार पर होती थी कोई भी व्यक्ति अपने कर्म से ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शुद्र होता था, लेकिन वर्तमान स्थिति में या कहे तो उत्तर वैदिक काल में वो वर्ण व्यवस्था जाति व्यवस्था में बदल गई।तबसे लोगों के मन में एक दूसरे जाति के प्रति द्वेष की भावनाएं उत्पन्न होने लगी जिससे समाज का बंटवारा होने लगा, अगर कोई भी कार्य को सही रूप से करना होगा तो सभी समाज को एक होना होगा जैसे की जब भारत अंग्रेजी हुकूमत से आजादी ले रहा था तो सभी समाज ने एकजुट मिलकर भारत को स्वाधीनता दिलवाई।

अभाविप की छात्रा काजल आंचल बताया कि हमें अंबेडकर जी के विचारों को अपने जीवन शैली में उतारना चाहिए,वो एक ऐसे व्यक्ति थे जो अपने समाज के लिए अपने जीवन को समर्पित करते हुए राष्ट्रहित में कार्य किए क्योंकि राष्ट्रीयहित की सर्वोपरि होता है।

कालेज की छात्रा पुजा और तन्नु ने बताया कि बाबा साहेब राष्ट्रीय निर्माण के साथ साथ उन्होंने अपनी शिक्षा की ऊंचाइयों को बरकरार रखा और अलग अलग विधा में डिग्रियां हासिल की। महाविद्यालय के प्रधानाचार्य श्री राजीव सिंह ने बताया कि बाबा साहेब जी के जीवनी पढ कर हमें भी अनुकरण करने की आवश्यकता है उन्होंने समाज को सुधार के पथ पर रखने के लिए बहुत सी भाषाओं का भी ज्ञान रखा जिससे कि भारत की एकता और अखंडता बनी रहे, और उन्होंने संविधान के निर्माण करने मे अहम योगदान देकर अपनी महती भुमिका निभाई।
कार्यक्रम के अंत में कालेज की छात्रा ने बाबा साहेब जी के जीवनी पर अपनी विचार को रखा।*
*कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रधानाचार्य श्री राजीव सिंह,अभाविप के कालेज अध्यक्ष सह एफएफडी के प्रांत सह संयोजक कुसुम कुमारी,निधि, निकेता,काजल, आंचल,अंजली, पुजा,तन्नु, आदि मौजूद थे।

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