
बिहार: तिरंगे में लिपटे शहीद पति के हाथों पत्नी को मिली पानी की सौगात
नवगछिया अंतर्गत इस्माइलपुर प्रखंड के भिट्ठा गांव का था शहीद हवालदार संतोष कुमार यादव
राजेश कानोड़िया, नवगछिया (भागलपुर)। जी हां! आप सही पढ़ रहे हैं। तिरंगे में लिपटे शहीद पति के हाथों पत्नी को मिली पानी की सौगात। मामला उस समय का है जब जम्मू कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में शहीद हुए सेना के हवलदार संतोष यादव का पार्थिव शरीर गुरुवार को बिहार के भागलपुर जिला स्थित उनके पैतृक गांव लाया गया। पुलिस जिला नवगछिया अंतर्गत इस्माइलपुर प्रखंड के पछियारी टोला में जब उनका पार्थिव शरीर पहुंचा, तो वहां हजारों लोग मौजूद थे। शहीद के परिजनों को उनके शव से लिपटकर रोते देख गांव के सभी लोग भावुक हो गए। तिरंगे में लिपटा शहीद का पार्थिव शरीर जब घर आया, तो उनकी पत्नी की एक इच्छा पूरी की गई, जिसे वह पिछले दो दिनों से मांग रही थीं।
शहीद का पार्थिव शरीर गुरुवार को इस्माइलपुर प्रखंड के पछियारी टोला भिट्ठा गांव पहुंचा। सुबह छह बजे काफिला नवगछिया के जीरोमाइल पहुंचा, जहां सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे। काफिला जीरोमाइल से नवगछिया बस स्टैंड होते हुए लक्ष्मीपुर रोड, नारायणपुर चंडीस्थान होकर भिट्ठा गांव पहुंचा। ग्रामीणों ने हर जगह पार्थिव शरीर पर फूल बरसाए।
जब शहीद संतोष का पार्थिव शरीर आया, तो उनके हाथों से पत्नी साधना कुमारी को पानी पिलाया गया। दरअसल, अपने पति की शहादत की खबर सुनने के बाद साधना ने अन्न-पानी का त्याग कर दिया था और निर्जला रह रही थीं। बुधवार की शाम को पूर्णिया सांसद पप्पू यादव शहीद के परिवार से मिलने आए थे और उन्होंने साधना कुमारी को पानी पीने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। प्यासे रहने के कारण उनके होठ सूख गए थे। पास बैठी एक महिला पानी से कपड़ा भिंगोकर उनके मुंह को पोछ रही थी। अब जब शहीद का पार्थिव शरीर आया, तो उनके हाथों के सहारे साधना को पानी पिलवाया गया, जिससे सभी की आंखें नम हो गईं।